ಜಾಗರಣ ಮಂಚ್ ಸ್ಥಳೀಯ ಮಟ್ಟದಲ್ಲಿ ಸ್ವಯಂ ಉದ್ಯೋಗ ತರಬೇತಿ ಕೇಂದ್ರವನ್ನು ಪ್ರಾರಂಭಿಸುತ್ತದೆ
स्वदेशी जागरण मंच स्वावलंबी भारत अभियान के अंतर्गत देशभर में स्थानीय स्तर पर स्व-रोजगार सृजन केंद्र शुरू करेगा, जिसमें युवाओं को रोजगार का प्रशिक्षण एवं सहयोग देते हुए उद्यमी बनने के लिए प्रेरित किया जाएगा।
स्वदेशी जागरण मंच के राष्ट्रीय-सह-संगठक और स्वावलंबी भारत अभियान के प्रभारी श्री सतीश कुमार ने एक संवाददाता सम्मेलन में बताया कि जागरण मंच ने इस वर्ष जनवरी में स्वावलंबी भारत अभियान शुरू किया था जिसका उद्देश्य युवाओं को स्व-रोजगार एवं उद्यमिता की ओर प्रेरित करना है। उन्होंने कहा कि यह अभियान अभी 639 जिलों तक पहुंच चुका है और तीन लाख से ज्यादा युवाओं को स्व-रोजगार के लिए सहयोग दिया जा चुका है। उन्होंने बताया कि अभी तक 2000 से अधिक स्व-रोजगार सृजन सम्मेलन आयोजित किये जा चुके हैं।
उन्होंने कहा कि देश में तकरीबन 33 करोड़ युवा 15 से 35 वर्ष की आयु के हैं और प्रति माह नौ लाख युवाओं की दर से इसमें इजाफा हो रहा है। उन्होंने कहा कि देश में बुनियादी ढ़ांचे में सुधार हो रहा है और सरकार ने स्व-रोजगार के लिए कई योजनायें आरंभ की है, लेकिन इनका लाभ स्थानीय स्तर तक नहीं पहुंच पा रहा है। कुमार ने कहा कि स्वावलंबी भारत अभियान के अंतर्गत स्थानीय स्तर पर स्व-रोजगार सृजन सम्मेलन किये जा रहे हैं जिनमें स्थानीय जिला अधिकारियों, बैंक अधिकारियों और लाभार्थियों को आमंत्रित कर युवाओं को जानकारी दी जाती है और उन्हें स्व-रोजगार के लिए प्रेरित किया जाता है। उन्होंने कहा कि ये स्व रोजगार सृजन केंद्र युवाओं को सरकारी योजनाओं, बैंकों ऋण तथा अन्य जानकारी उपलब्ध करायेंगे। कुमार ने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था सही दिशा में जा रही है लेकिन अभी भी बहुत कुछ करने की जरूरत है। देश की अर्थव्यवस्था में 2030 तक 10 हजार अरब डालर की अर्थव्यवस्था बनने की क्षमता है लेकिन यह आर्थिक वृद्धि रोजगारोन्मुखी होनी चाहिए।
स्वदेशी जागरण मंच मानता है कि मौजूदा आर्थिक वृद्धि सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) केंद्रित है जबकि इससे रोजगारोन्मुखी होना चाहिए। इसके लिए स्वदेशी जागरण मंच ने स्वावलंबी भारत अभियान आरंभ किया है जो उद्यमिता, स्वदेश प्रेम और सहकार पर आधारित है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि देश में रोजगार के नाम केवल राजनीति होती रही है। एक दल सत्ता पाने के लिए सरकार पर आरोप लगाता है और सत्ता में आने बाद दूसरा दल वही आरोप लगाता है। उन्होंने कहा कि रोजगार का मुद्दा राजनीति से परे है और बिना राजनीति के हल करने का प्रयास किया जाना चाहिए।