ಭಾರತದಲ್ಲಿ ತಯಾರಾಗುವ ವಸ್ತುಗಳಿಂದ ಮಾತ್ರ ದೇಶ ಸ್ವಾವಲಂಬಿಯಾಗಲಿದೆ: ಸ್ವದೇಶಿ ಜಾಗರಣ ಮಂಚ್
स्वदेशी जागरण मंच की ओर से स्वावलंबी भारत अभियान को लेकर संवाद का आयोजन किया गया। इसमें राष्ट्रीय संयोजक सुंदरम ने संगठन के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि भारत में निर्मित वस्तुओं से ही देश आत्मनिर्भर बनेगा। उन्होंने कहा कि युवाओं को स्वरोजगार के लिए प्रेरित करने की जरूरत है।
भारत के आर्थिक, सामाजिक और शैक्षणिक क्षेत्र के 15 संगठन मिलकर रोजगार, स्वरोजगार और आर्थिक स्वालंबन की दिशा में काम कर रहे हैं। राजधानी रायपुर के स्वदेशी भवन में आयोजित इस कार्यक्रम में स्वदेशी जागरण मंच के अखिल भारतीय संयोजक आर सुंदरम, अखिल भारतीय संगठक कश्मीरी लाल, सह संगठक सतीश कुमार, मध्य क्षेत्र के संगठक केशव जी ने रायपुर, दुर्ग और बस्तर संभाग के कार्यकर्ताओं को संबोधित किया।
स्वदेशी जागरण मंच के राष्ट्रीय सह संगठक सतीश कुमार ने कहा कि सिर्फ फैक्ट्री या दुकान शुरू करना निर्माण कार्य नहीं है। अपने हुनर का इस्तेमाल करके भी स्वरोजगार किया जा सकता है। उन्होंने एक छात्रा का उदाहरण देते हुए बताया कि उन्होंने नृत्य को स्वरोजगार का माध्यम बनाया। कोरोना काल में वर्चुअल प्रशिक्षण के माध्यम से आपदा को अवसर में बदलते हुए 100 करोड़ का टर्नओवर किया। वह छात्रा 250 से अधिक युवक-युवतियों को प्रत्यक्ष रूप से रोजगार दे रही है।
उन्होंने कहा कि प्रत्येक कार्यकर्ता में 25 सितंबर से दो अक्टूबर के मध्य कम से कम 100-100 युवकों एवं युवतियों का पंजीयन कराए। इसके माध्यम से युवाओं को स्वरोजगार का अवसर प्रदान किया जाएगा। मध्य क्षेत्र के संगठक केशव जी ने लोगों को स्वदेशी का महत्व बताते हुए निरंतर कार्य करने के लिए प्रेरित किया। कार्यक्रम का संचालन सुमन मुथा, आभार प्रदर्शन स्वदेशी जागरण मंच के नगर प्रमुख प्रवीण साहू ने किया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से स्वदेशी जागरण मंच के प्रांत संयोजक मोहन पवार, स्वावलंबी भारत अभियान के प्रांत समन्वयक जगदीश पटेल उपस्थित थे।